आपकी तस्वीर देखकर देखता रह गया
आपकी तस्वीर देखकर देखता रह गया
क्या कहूँ, और कहने को क्या रह गया
देखती रहीं वो नज़रीन, मूज़े घूर कर
और, में था की होश खोता रह गया
आपकी तस्वीर देखकर देखता रह गया
जी भर के देखने की चाहत रखता रह गया
क्या कहूँ, बस जाते जाते रोकता रह गया
कहते कहते वो फिर सोचता रह गया
उसके होंटो पे कुछ कांपता रह गया
लोग जाने क्या क्या कहते हुए निकल गये
और में था की 'लफ्ज़' पिरोता रह गया
आपकी तस्वीर देखकर देखता रह गया
क्या कहूँ, और कहने को क्या रह गया
Comments
Post a Comment